कौन कहता है महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है ? धंधे मंदे चल रहे है ?
कुछ विभाग के अफसरों, नेताओं की तिजोरी का माल, सरकार के खजाने में आ जाए तो, जनता को रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, चिकित्सा और न्याय सब आसानी से मिल जाए
भोपाल । (राजेन्द्र के.गुप्ता 9827070242/सात्विक गुप्ता 8959346146) मध्यप्रदेश के भोपाल और इंदौर में आयकर विभाग के अफसर लगातार छापामारी (सर्चिंग) कर रहे है, आयकर के छापों में प्रापर्टी, परिवहन सहित कई विभागों से संबंध रखने वाले व्यवसायी, दलाल और कटर गिरफ्त में आ रहे है। एक सिपाही 100 करोड़ का आसामी निकला है, जिसको पूर्व परिवहन मंत्री का करीबी बताया जा रहा है, इसी तरह जिस प्रापर्टी कारोबारी के यहां छापा डाला गया उसे पूर्व मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों का करीबी बताया जा रहा है, भविष्य में मोबाईल कॉल डिटेल और वाट्सएप कॉल/चैटिंग डिटेल ही सामने आने पर आपसी रिश्तों का खुलासा होगा। 04 दिन से भोपाल और इंदौर में आयकर विभाग की असली शूटिंग चल रही है, दिनांक 20/12/2024 को भोपाल के एक क्षेत्र में लावारिश खड़ी मिली इनोवा से 50 किलो सोना और 10 करोड़ नगद जप्त किया गया है। ये जप्ती बता रही है कि मध्यप्रदेश में हरियाली ही हरियाली है, कही कोई आर्थिक संकट नहीं है, बस सरकार ही लगातार सरकार चलाने के लिए लोन ले रही है ! लगातार रिश्वतखोर गिरफ्त में आ रहे है इससे राम राज्य की कल्पना कैसी है ये साफ दिखाई दे रहा है। अगर 20 साल में मलाईदार विभागों जैसे आबकारी, पंजीयक, राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस (जांच एजेंसी सहित), स्टेट जी.एस.टी., परिवहन के अफसरों, नेताओं से जुड़े लोगों की तिजोरियों खंगाली जाए तो भारत वापस सोने की चिड़िया नहीं, सोने का बाज या हाथी बन सकता है। सरकार को इंदौर में 71 करोड़ का चूना लगाने वाले और भ्रष्टाचार के अपराध में आरोपी आबकारी अफसर सरकार की आंख के तारे बने हुए है, उपर्युक्त उल्लेखित विभागों के दागी अफसरों पर वर्षों से जांच पर जांच की जा रही है जो परिणाम आने तक पहुंच ही नहीं रही है, डिस्टलरियों से शराब/बीयर की तस्करी हो रही है। गाईड लाईन बढ़ा कर जनता पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है, पहले देश की सुरक्षा के नाम पर महंगाई बढ़ाई जा रही थी अब विकास के नाम पर महंगाई बढ़ाई जा रही है। जनता को कही राहत नहीं है, टोल पर टोल खोले जा रहे है। आयकर के द्वारा पकड़े गए 50 किलो सोने और 10 करोड़ नगदी को अब तक किसी ने 70 साल पुराना नहीं बता है जनता को इतनी सच्चाई जान कर खुशी हो रही होगी !? जो भेपड़ा फाड़ कर चिल्लाते थे, वो बगले झांक रहे है, नेताओं और अफसरों की संपन्नता देख कर उद्योगपति और व्यवसायी सोचते होंगे हम क्या कर रहे है ? जिस हिसाब से देश में अवैधानिक तरीके से कमाई गई नगदी, सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात और अकूत संपत्ति पकड़ी जा रही है उस हिसाब से देखा जाए तो देश में कोई कमी नहीं है, बस उसे निकाल कर सरकार के खजाने तक पहुंचाने की जरूरत है। देश में हर व्यक्ति को अच्छे से रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और ईलाज दिया जा सकता है। प्रायवेट स्कूल, कॉलेजों और अस्पतालों को सरकार पूर्ण भुगतान कर जनता को सभी मूल भूत सुविधाएं दे सकती है। रोज पकड़े रिश्वतखोर पकड़े जा रहे है, इससे वो कहावत चरितार्थ लग रही है रिश्वत लेते पकड़े जाओ तो रिश्वत देकर छूट जाओ अन्यथा रिश्वतखोरी रुक क्यों नहीं रही है ? क्या रिश्वत देकर ही पदस्थ होते है इसलिए रिश्वत लेकर ही काम करते है ? प्रायवेट अस्पतालों के कई संचालक हुंडी पर मोटा पैसा चला रहे है, कुछ वर्ष पूर्व 06 अस्पताल संचालक आयकर की गिरफ्त में आए थे जो आज भी अच्छा खासा काम कर रहें है निश्चित ही इस स्थिति में यही जान पड़ता है कि उनकी सेटिंग अर्थात सेटलमेंट हो गया है। खैर आर टी ओ के बाद आबकारी, पंजीयन, स्वास्थ्य विभाग, स्टेट जीएसटी, एमपीईबी, प्राधिकरण और राजस्व से जुड़े दलालों पर भी होगी आयकर, ईडी, सीबीआई की नजरें इनायत होगी....हां ये भी ध्यान रहें आयकर, ईडी, सीबीआई के अफसर भी रिश्वत लेते ट्रेप हुए है और कई पर जांचे भी चल रही है....जनता सोती रही, सुबह जाग कर ऐसी खबरें पढ़ती रहें, नहीं पढ़ें तो डिजिटल अरेस्ट होकर भी लूटती रहें, फिर भी हम जगाने की कोशिश करते रहेंगे....मुस्कुराकर हमको पढ़ते रहे....
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