इंदौर नगर निगम की डिजिटल क्रांति की ओर कदम राजेश उदावत की अध्यक्षता में डिजिटलाईजेशन कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न

 इंदौर नगर निगम की डिजिटल क्रांति की ओर कदम

राजेश उदावत की अध्यक्षता में डिजिटलाईजेशन कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न

डिजिटल प्लेटफॉर्म से पारदर्शिता, त्वरित सेवा और नागरिकों को अधिक सुविधा

वाघेला एक्सप्रेस 

नीरज द्विवेदी 

इंदौर, 24 जुलाई 2025।

इंदौर नगर निगम के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा डिजिटलाईजेशन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा के लिए एक अहम बैठक का आयोजन एम.आई.सी. हॉल में किया गया। बैठक की अध्यक्षता विभाग प्रभारी श्री राजेश उदावत ने की, जिन्होंने निगम की डिजिटल पहल को जन-हितैषी और पारदर्शिता बढ़ाने वाला कदम बताया।






बैठक में पार्षदगण श्रीमती शिखा संदीप दुबे, श्री राजीव जैन, डॉ. रूपाली अरुण पेंढारकर, श्री मृदुल अग्रवाल, श्रीमती सीमा डाबी और श्रीमती विनीता धर्मेन्द्र मौर्य सहित निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य डिजिटल सेवाओं की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना और भविष्य की योजनाओं को दिशा देना रहा।


सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रस्तुत प्रजेंटेशन में नागरिक सेवाओं के डिजिटलाईजेशन की विस्तृत जानकारी दी गई। अब संपत्ति कर, जल कर और कचरा शुल्क संबंधित जानकारियाँ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी, साथ ही कर भुगतान की प्रक्रिया भी अब ऑनलाइन और नगद दोनों तरीकों से सुगमता से की जा सकेगी। इससे न सिर्फ नागरिकों को राहत मिलेगी, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी प्रभावी अंकुश लगेगा।


राजेश उदावत ने जानकारी दी कि लगभग 9.5 लाख दस्तावेजों का डिजिटलाईजेशन सफलतापूर्वक पूर्ण हो चुका है और अगले वर्ष 90 लाख दस्तावेजों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे प्रशासनिक प्रक्रियाएं अधिक प्रभावी, तेज और नागरिकों के लिए सुविधाजनक बनेंगी।


बैठक में यह भी बताया गया कि नगर निगम ने अब तक 136 अवैध कॉलोनियों को वैध किया है, और आगामी 5 अगस्त 2025 तक 11 और कॉलोनियों को वैध करने की योजना पर कार्य तेजी से प्रगति पर है। भवन अनुज्ञा शाखा के डिजिटलाईजेशन प्रयासों की भी बैठक में सराहना की गई।


राजेश उदावत ने स्पष्ट किया कि डिजिटल इंडिया के विज़न को साकार करने के लिए नगर निगम इंदौर लगातार टेक्नोलॉजी को जनसेवा से जोड़ रहा है। यह पहल भविष्य में शहर के प्रशासनिक ढांचे को और अधिक पारदर्शी, स्मार्ट और जनता के प्रति जवाबदेह बनाएगी।


यह बैठक इंदौर नगर निगम की उस दूरदर्शिता को दर्शाती है जिसमें टेक्नोलॉजी के माध्यम से "स्मार्ट सिटी" के सपने को साकार करने की ठोस पहल की जा रही है।

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