बेरोजगारों को रोजगार देने के नाम पर करोड़ों ले लिए, रोजगार दिया नहीं
प्रदेश में बेरोजगारों का पंजीयन बढ़ा फिर भी बेरोजगार कम हुए !
भोपाल ।(राजेन्द्र के.गुप्ता 9827070242/रिदम गुप्ता 9713151612) वर्ष 2018 में 26.82 लाख बेरोजगार प्रदेश में थे, जो 2023 में बढ़कर 33.13 लाख तथा जून 2025 में घटकर 25.68 लाख हो गए । इस अवधि में 62.75 लाख बेरोजगारों ने रोजगार कार्यालय में पंजीयन कराया । यह जानकारी मंत्री ने सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल के प्रश्न के उत्तर में दी है, है ना आश्चर्य करने वाली बात, बेरोजगारी में रोजगार के लिए पंजीयन करवाने की संख्या लाखों में बढ़ गई किंतु फिर भी बेरोजगारों की संख्या घट गई...ये चमत्कार शब्दों के खेल से किया गया है, बेरोजगारों के द्वारा रोजगार के लिए आवेदन करने पर बेरोजगारों को आकांक्षी युवा लिख कर बेरोजगारों की संख्या घटा दी.... विधायक ग्रेवाल का आरोप है कि रोजगार देने के नाम पर कंपनी ने करोड़ों रुपयों का फ्राड किया उसके बावजूद कंपनी को करोड़ो का भुगतान कर दिया गया, जबकि एफआईआर दर्ज करवाई जाना थी, ग्रेवाल ने एफआईआर दर्ज करने की मांग की है....
विधायक प्रताप ग्रेवाल के प्रश्नों और ध्यानाकर्षण से सरकार की नींद उड़ी हुई है, आजीविका मिशन घोटाला, टोल वसूली, संचालक कर्मचारी राज्य बीमा सेवाये में करोड़ो का घोटाला सहित कई मामले सरकार के लिए मुसीबत बन गए है.....
रोजगार के लिए पंजीयन अधिक, फिर भी बेरोजगार कम हुए ! —
वर्ष 2018 से जून 2025 तक 62.75 लाख युवाओं के पंजीयन के बाद भी संख्या में कमी आश्चर्यजनक है ।
बेरोजगार अब आकांक्षी युवा हो गए —
मंत्री ने विधायक ग्रेवाल को इस प्रश्न का स्पष्ट जवाब नहीं दिया की किसके निर्देश पर बेरोजगारों के स्थान पर आकांक्षी युवा शब्द का प्रयोग किया गया है। मंत्री ने बताया की एमपी पोर्टल पर आवेदन करने वाले युवा को बेरोजगार नहीं माना गया है, केवल पंजीकृत आवेदक माना गया है और पंजीकृत आवेदक के स्थान पर आकांक्षी युवा का उपयोग किया गया है ।
लाखों में बंबरीजगारों की संख्या कम, ज्यादा हुई —
2018 से जून 25 तक दिए गए बेरोजगारों के आंकड़ों में काफी विचलन नजर आ रहा है । किसी साल में 5-6 लाख संख्या बढ़ जाती है और दूसरे ही साल में 6-7 लाख संख्या घट जाती है । फिर बढ़ जाती है । 2018 में 26.82 लाख से बढ़कर 2019 में 31.55 लाख तथा 2020 में 24.72 लाख हो गयी । जो 2021 में पुनः बढ़कर 30.3 लाख , 2023 में 33.13 लाख और 2024 से घटकर 26.18 लाख हो गए । जबकि इस अवधि में बेरोजगारों ने काफी संख्या में पंजीयन कराया । 2021 में 12.37 लाख , 2023 में 13.64 लाख लोगों ने पंजीयन कराया लेकिन उसके बाद भी संख्या में कमी दिखाई गई है । 2023 में बेरोजगारों की संख्या 33.13 लाख थी और 13.63 लाख ने पोर्टल पर पंजीयन कराया । उसके बाद भी संख्या 2024 में घटकर मात्र 26.18 लाख हो गई । जबकि इस अवधि में 52 हजार को रोजगार दिलाना बताया गया ।
रोजगार के नाम पर भी फ्राड —
प्रताप ग्रेवाल के प्रश्न पर मंत्री ने बताया कि यशस्वी कंपनी पुणे महाराष्ट्र ने 2021 में कांट्रेक्ट अनुसार 25000 को रोजगार के बदले 11680 की सूची में से 4433 ही सही पाए गए । उसके ऐवज में उसे 4.17 करोड़ का भुगतान अनुबंध अनुसार किया गया । अनुबंध में पेनल्टी लगाने का कोई प्रावधान नहीं था । प्रताप ग्रेवाल ने कहा कि कंपनी द्वारा फ्रॉड करने पर, कंपनी के संचालकों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज करने की जगह उसे 4.17 करोड़ों का इनाम देने वाले और बोगस अनुबंध कर करोड़ों के राज्यधन की लुट करवाने वाले अधिकारियों पर प्रकरण दर्ज क्यों नहीं किया गया ?
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